जो भी चीज़ आपको परेशान करती है ,वास्तव में वह आपकी है ही नहीं ऐसी वस्तु का त्याग कर देना ही समझदारी है | Bk Shivani
अच्छा या बुरा कुछ नहीं है, केवल विचार ही किसी वस्तु को, अच्छा या बुरा बनाते है। William Shakespeare
केवल वही मनुष्य सब की, उपेक्षा उत्तम रूप से करता है , जो पूर्णतया निस्वार्थ है , जिसे ना धन का लालच , ना कीर्ति का और ना , अन्य किसी वस्तु का है । Swami Vivekanand
व्यक्ति जो चाहे बन सकता है , यदी वह विश्वास के साथ , इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे I Shrimad Bhagwad Gita